@ प्रदीप मिश्रा री डिस्कवर इण्डिया न्यूज़ इंदौर
अपराधियों और आरोपियों के खौफ से भाजपा के पूर्व इंदौर शहर अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक गोपीकृष्ण नेमा ने आरोपियों को कोर्ट में पहचानने से इंकार किया !?
दो साल पहले इंदौर भाजपा के पूर्व विधायक एवं पूर्व शहर अध्यक्ष वरिष्ठ भाजपा नेता गोपीकृष्ण नेमा के घर में 20 लोगो द्वारा कथित रूप से घुसकर मारपीट , तोड़फोड़ और प्राणघातक हमला की सनसनीखेज घटना को अंजाम दिया गया था ! इस घटना में पुलिस ने 23 लोगो को आरोपी बनाया था कुछ आरोपी आज भी फरार घोषित है !
पूर्व विधायक और भाजपा नेता गोपीकृष्ण नेमा के घर में कथित रूप से घुसकर मारपीट और तोड़फोड़ के 20 आरोपितों को सत्र न्यायालय ने सोमवार को बरी कर दिया। खुद नेमा ने कोर्ट में आरोपितों को पहचानने से इंकार कर दिया था। दो साल पुरानी घटना को बहुत पुरानी बताते हुए उन्होंने कहा कि वे नहीं बता सकते कि हमला करने वाले कौन थे। गोपीकृष्ण नेमा ने घटना दिनांक को घटना घटित होने को तो माना किन्तु आरोपियों को न्यायालय में पहचानने से इंकार कर दिया!
पुलिस थाने में एफआइआर लिखवाने वाला भी इस मामले में बयान से मुकर गया। उसने कहा कि उसने कभी कोई रिपोर्ट नहीं लिखवाई। वह कभी गोपी नेमा के घर गया ही नहीं। सुबूतों के अभाव में कोर्ट ने माना कि अभियोजन इस मामले में अपनी बात साबित करने में असफल रहा है।
अश्विन सिरोलिया का भाजपा नेता अयाज खान से पैसों के लेनदेन को लेकर विवाद चल रहा था। 16 नवंबर 2020 की शाम अयाज खान अपने भाई फयाज खान, ड्राइवर असलम के साथ लोधीपुरा स्थित गोपी नेमा के घर मिलने पहुंचे थे। यह बात जब अश्विन को पता चली तो मोटरसाइकिल पर करीब दो दर्जन साथियों के साथ शाम करीब पांच बजे गोपी नेमा के घर पहुंचा। घर के बाहर अयाज खान का ड्राइवर असलम मिला तो उस पर चाकू से हमला कर दिया। नेमा और अयाज ने दरवाजा बंद कर किसी तरह से जान बचाई थी। आरोपितों ने नेमा के घर में घुसकर जमकर तोड़फोड़ भी की थी। पुलिस ने इस मामले में असलम की शिकायत पर अश्विन सहित 23 लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया था।@ प्रदीप मिश्रा री डिस्कवर इण्डिया न्यूज़ इंदौर