इंदौर के दैनिक भास्कर और पत्रिका अख़बार ने पत्रिकारिता को घोर व्यवसायिक बना कर लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को कलंकित किया!?
आज इन दोनों अखबारों ने पूरे पत्रकारिता जगत को कलंकित व शर्मशार कर के रख दिया! जनता के सामने सरकार और प्रशासन का सच न छापकर
री-डिस्कवर इंडिया न्यूज इंदौर. लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ के नाम पर शुद्ध रूप से व्यवसायिक अखबारों की दुकान चलाने वाले वैश्य समुदाय के मालिकों के तथाकथित राष्ट्रीय अख़बार दैनिक भास्कर और पत्रिका ने आज एक मीडिया संस्थान लोकस्वामी जो अपनी खोजी पत्रिकारिता, निर्भीकता, बेबाक और सबूतों के साथ इंदौर और प्रदेश के व्यावसायिक, अपराधिक, अय्याश और भ्रष्ट राजनेताओं, बिल्डरों, नौकरशाहों के गैरकानूनी, भ्रष्ट, धोखाधड़ी से कमाई अकूत दौलत, सरकारी जमीनों और सरकारी संशाधनों व संपत्ति को कानूनों की अवहेलना कर अरबों-खरबों रुपए की बेनामी संपत्ति के अलावा उनके पैसों, रुतबे और पद की ताकत के इस्तेमाल से की जा रही आईयाशी को मय सबूतों, गवाहों और पीडि़त के बयानों के साथ स्पस्ट और पीडि़त एवं जनता के आक्रोश की स्वाभाविक अभिव्यक्ति की भाषा के शब्दों में छापने में न सिर्फ लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ को गौरान्वित किया वरन शहर और प्रदेश में एक विशिष्ट पहचान कायम की! को अपने अखबारों में प्रशासन के द्वारा की गई बदले की कारवाई का नंगा और घिनौना सत्य छिपाकर इस तरह छापा की जैसे वह कोई निहायत ही घटिया किस्म का अपराधिक माफिया हो!?
प्रशासन और सरकार की लड़ाई लोकस्वामी ग्रुप के प्रधान संपादक से उनकी निर्भीक और मय सबूतों के साथ की जाने वाली पत्रकारिता से थी! उनकी खोजी पत्रकारिता की वजह से प्रशासन के आला अधिकारियों, राजनीति और सरकार के बड़े मंत्रियों और राजनेताओं के वैश्या गमन, आइय्याशी की कारगुजारियों की वजह से वैश्याओं और उनके दलालों को सरकारी ठेके और सरकारी संपत्ति की बंदरबाट जनता के सामने लाने से रोकने के लिए सरकार ने अपनी पॉवर का इस्तेमाल किया!?
इंदौर की माय होम होटल पिछले 30 सालों से बियर बार और ओर्केस्ट्रा संचालित कर रही है! इस होटल में संचालित किए जाने वाला ओर्केस्ट्रा ठीक उसी तरह है जैसे मुंबई के बार डांस क्लब, लेकिन यहां पर डांस नहीं सिर्फ ऑर्केस्ट्रा संचालित किया जाता है जो मुंबई और बंगाल के ऑर्केस्ट्रा क्लब द्वारा किया जाता है! इंदौर के कई नेता पुत्र, पत्रकार, गुंडे और आइयाश प्रवृति के लोगों को यहां पर गलत हरकत या छेड़छाड़ करने की वजह से जमकर लात-घूंसों से सत्कार कर बाहर का रास्ता दिखाया गया है! सुबह 3 बजे तक चलने वाले इस होटल की कोई शिकायत पिछले 30 सालों में नहीं मिली है! अधिकारी, नेता, व्यापारी, आम जनता और इंदौर के नामी पत्रकारों की शामे और रात में यहां नियमित बैठक है!
यदि यहां कोई अनैतिक काम होता तो क्या पिछले 30 सालों से इंदौर शहर का प्रशासन और तथाकथित राष्ट्रीय अख़बार झक मार रहा था!?
प्रशासन, सरकार और इंदौर के मीडिया जगत ने लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ का गला घोटने और जनता के सच जानने के अधिकार की हत्या की है!?
वहीं दूसरी तरफ इंदौर और पूरे प्रदेश के अलावा कई राज्यों से प्रकाशित होने वाले तथाकथित राष्ट्रीय अखबारों का दावा करने वाले व्यावसायिक मीडिया समूहों के अखबारों दैनिक भास्कर और पत्रिका समूह ने इंदौर शहर को धोखा देने वाले और जनता का शोषण करने वाले राजनेताओं, बिल्डरों, आभूषण निर्माताओं, फर्जी और शिक्षा का धंधा करने वाले प्राइवेट स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी, कोचिंग संस्थानों के अलावा प्राइवेट अस्पतालों और डॉक्टरों से करोड़ों-अरबों रुपए के विज्ञापन लेकर उनका प्रचार प्रसार किया!? इंदौर शहर की जनता से उनकी धोखाधडी, मुनाफा खोरी, चोरी, डकैती, फर्जीवाडा को प्रकाशित न कर उन्हें इस शहर की जनता को लूटने-खसोटने का बाज़ार उपलब्ध करवाने में महती भूमिका निभाई और निभा रहे है! उनके साथ पार्टनरशिप कर आवास मेला, आभूषण मेला और भी कई तरह की स्कीमे निकल कर अपने अखबारों में प्रकाशित कर इंदौर और प्रदेश की जनता का शोषण का रहे है!
आज इन दोनों अखबारों ने पूरे पत्रकारिता जगत को कलंकित व शर्मशार कर के रख दिया! जनता के सामने सरकार और प्रशासन का सच न छाप कर!?