@ प्रदीप मिश्रा री डिस्कवर इण्डिया न्यूज़ इंदौर
त्योहारों के मौके पर अगर आप चांदी(silver)के सिक्के(coin) ,गहने(ornaments) या फिर कोई आइटम खरीदने की योजना बना रहे हैं तो आपको चांदी की शुद्धता को जरूर जांचना चाहिए क्योंकि जल्दबाजी में दुकानदार आपकों बेवकूफ बनाकर किसी अन्य सस्ते मेटल की मिलावटी चीजें दे सकता है।
जब भी चांदी के सिक्के या गहने खरीदे तो दुकानदार से गहनों या सिक्को का वजन और कितनी फीसदी शुद्ध चांदी है इसका पक्का बिल लेना कभी न भूले .
शुद्ध चांदी काफी नरम होती है. इसे फाइन ‘सिल्वर’ कहा जाता है. कुछ वस्तुएं ‘सिल्वर प्लेटेड’ (चांदी की पतली परत चढ़ी हुई) होने के कारण चांदी जैसी दिखती हैं. ऐसे में हमें चांदी खरीदते समय काफी सावधानी बरतनी चाहिए
सोने में जहां शुद्धता के लिए कैरेट बताया जाता है वहीं चांदी में शुद्धता के लिए फीसदी को आधार माना जाता है।
चाँदी के विक्रेता चाँदी की वस्तुओं पर 925, 900 और 800 की मोहर लगाते हैं। ये मोहर बताता है की किसी वस्तु में कितनी मात्रा में शुद्ध चाँदी है। 925 का मतलब है की 92.5% शुद्ध चाँदी उस वस्तु में है। 900 और 800 की मोहर का मतलब है कि 90% य 80% शुद्ध चाँदी ! चांदी को ग्राम या औंस में मापा जाता है. एक औंस करीब 31.10 ग्राम के बराबर होता है.
शुद्ध चांदी बहुत नरम होती है, इसलिए मजबूती देने के लिए आमतौर पर इसमें तांबा, जस्ता या निकल मिलाया जाता है. तांबा चांदी को सख्त बनाता है. चांदी के गहनों में मिलावट और ज्यादा होती है क्योंकि शुद्ध चांदी से गहने बनाना मुश्किल है. चांदी के बर्तन और जेवर 100 प्रतिशत चांदी के नहीं बनाए जाते हैं। इनमें जस्ता और तांबा मिलाकर जेवर और बर्तन बनाए जाते हैं। बर्तनों में लगभग 98 प्रतिशत तक चांदी होती है। इसी तरह पायल और अन्य आभूषण 70 प्रतिशत चांदी से बनाए जाते हैं। बचे हुए 30 प्रतिशत में मिश्र धातुएं मिलाई जाती है।
सोने की तरह चांदी में भी हॉलमार्क होता है जिससे चांदी की गुणवत्ता परखी जाती है। चांदी पर बीआईएस Bureau of Indian Standards (BIS) मार्क होता है। अगर कोई आभूषण विक्रेता आपको बिना बीआईएस मार्क वाला चांदी देता है तो आप उससे बाआईएस मार्क वाले चांदी की मांग करें।
•असली चांदी में चुम्बक का प्रभाव नहीं होता है । इस टेस्ट के लिए आपको सामान्य से ज्यादा पावर वाले चुम्बक की जरूरत होगी, जो आपको हार्डवेयर की दुकान से मिल जाएगा।
•नकली चांदी को चुम्बक अपनी तरफ खीचेगा । जबकि असली चांदी को चुम्बक अपनी तरफ नहीं खीच सकता है !
•चांदी थर्मल एनर्जी की सबसे अच्छी सुचालक होती है।
•चांदी असली है या नकली, इसके लिए आप एक बर्फ का टुकड़ा चांदी पर रखें।
•किसी दूसरे मेटल के मुकाबले चांदी पर रखी बर्फ ज्यादा तेजी से पिघलेगी, क्योंकि थर्मल एनर्जी तेजी से बर्फ में ट्रांसफर होती है।
चांदी के आभूषण में बनाने के के लिए शुल्क अधिकतम 3 रुपये प्रति ग्राम से शुरू होता है।
बाय-बैक पॉलिसी की जांच कर लें। कई लोग नया खरीदने के लिए पुरानी चांदी या सोने के आभूषण बेचते हैं। नए चांदी के आभूषण या बर्तन खरीदते समय ज्वेलर से खरीद-फरोख्त की नीति के बारे में पूछें। यदि आप भविष्य में खरीदे गए आभूषण को उसी जौहरी को वापस बेचने का फैसला करते हैं तो आपको कितना पैसा मिलेगा? !
@ प्रदीप मिश्रा री डिस्कवर इण्डिया न्यूज़ इंदौर
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