@प्रदीप मिश्रा री डिस्कवर इंडिया न्यूज़ इंदौर (Rediscvoerindianews.com)
गांबिया में 66 बच्चों की सीरप से हुई मौत के मामले के बाद चर्चा में आई हरियाणा के सोनीपत की मेडेन फार्मा लिमिटेड (Maiden Pharmaceuticals LTD) कंपनी की चार दवाइयों को स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बताते हुए WHO ने अलर्ट जारी किया है।
हरियाणा के सोनीपत की इस दवा कंपनी की कुछ दवाइयों को लेकर WHO ने मेडिकल प्रोडक्ट अलर्ट जारी किया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि मेडेन फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड (Maiden Pharmaceuticals LTD) की सर्दी-खांसी की दवाई की वजह से लोगों को किडनी की बीमारी हो रही है। दावा यह भी किया गया है कि गांबिया में इस दवा की वजह से ही 66 बच्चों की जान चली गई।
WHO ने कहा है कि कंपनी और रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया Regulatory Authority of India के साथ मिलकर जांच की जा रही है। रॉयटर्स के मुताबिक इस मामले में दवा कंपनी ने अपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। जिन चार दवाओं को लेकर अलर्ट जारी किया गया है वे प्रोमेथाजीन Promethazine ओरल सल्यूशन, कोफेक्समालीन बेबी कफ सीरप, मेकॉफ बेबी कफ सीरप और मैग्रिप एन कोल्ड कफ सीरप है। कहा गया है कि दवा बनाने वाली कंपनी भी इन प्रोडक्ट की कोई गारंटी नही देती है। लैब में जब जांच की गई तो पता चला कि इनमें डाइथीलीन ग्लाइकोल Diethylene glycol और एथिलीन ग्लाइकोल Ethylene glycol की मात्रा बहुत ज्यादा है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक दवा में इस तत्व के जहरीले प्रभाव की वजह से पेट में दर्द, उल्टी आना, डायरिया, मूत्र में रिकावट, सिरदर्द, दिमाग पर प्रभाव और किडनी पर असर होने लगता है। डब्लूएचओ WHO का कहना है कि जब तक संबंधित देश की अथॉरिटी पूरी तरह से जांच ना कर ले इन दवाओं को इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इससे दूसरी जानलेवा बीमारियां हो सकती हैं।