दबंग दुनिया (dabang duniya) के मालिक किशोर वाधवानी (kishore wadhwani) के ख़िलाफ़ कोई एफ आई आर दर्ज ही नही है! अग्रिम जमानत की आवश्यकता नहीं है. इस वजह से सेशन न्यायालय भोपाल ने आवेदन निरस्त किया!
पुलिस थाने में झूठे आवेदन देकर किस तरह समाज के प्रतिष्ठित उद्योगपतियों को ब्लैकमेल किया जाता है! और उन्हें कानून का डर बताकर परेशान किया जाता है उसका सटीक उदहारण है पीड़ित दबंग दुनिया के मालिक किशोर वाधवानी (kishore wadhwani) और प्रख्यात उद्योग पति गिरीश मतलानी!
@प्रदीप मिश्रा री डिसकवर इंडिया न्यू्ज इंदौर
ब्लेक मेलर जगदीश पालीवाल और ब्लेक मैलिंग के लिए पार्टनर बनाए कुख्यात निखिल अग्रवाल (nikhil agarwal) पूर्व मे भी एक कद्दावर कांग्रेस के नेता के सहयोग से EOW में उद्योग पति गिरीश मतलानी के ख़िलाफ़ एक होटल के मामले में ब्लेक मैलिंग के उद्देश्य से झूठा प्रकरण दर्ज करा चुके हैं! इसके अलावा विजय नगर थाने में भी एक झूठा प्रकरण जीतू सोनी प्रकरणों की आड़ में दर्ज करवा चुके हैं!
तथाकथित ब्लेकमेलर जगदीश पालीवाल और ब्लेक मैलिंग में पार्टनर कुख्यात निखिल अग्रवाल ने भोपाल के कोहेफिजा थाने में किसी वंदना नाम की युवती के विरुद्ध झूठे बलात्कार के केस में फंसाने के लिए जनवरी-2020 में एक प्रकरण दर्ज करवाया था! उपरोक्त प्रकरण में ब्लेक मेलर निखिल अग्रवाल (nikhil agarwal) और जगदीश पालीवाल. ने ब्लेक मैलिंग के उद्देश्य से इंदौर के दबंग दुनिया (dabang duniya) के मालिक किशोर वाधवानी (kishore wadhwani) और प्रतिष्ठित उद्योगपति गिरीश मतलानी का नाम का भी उल्लेख किया! जबकि उनका उपरोक्त प्रकरण से दूर दूर तक कोई लेना देना नहीं था!
न ही 1 साल पुराने उपरोक्त प्रकरण में किशोर वाधवानी और गिरीश मतलानी के नाम पर पुलिस जांच के बाद कोई एफ़ आई आर हुई!
चूंकि उद्योगपति किशोर वाधवानी (kishore wadhwani) को ब्लेक मेलर निखिल अग्रवाल और जगदीश पालीवाल के द्वारा झूठा फ़साने का भय और अपने किसी नव सिखिये कानूनी सलाहकार की गैर कानूनी सलाह को मानकर भोपाल सेशन न्यायालय मे अग्रिम जमानत का आवेदन दे दिया! जिसे माननीय सेशन जज आशुतोष मिश्रा ने यह कहकर निरस्त कर दिया की चूंकि कोहेफिजा थाने भोपाल में किशोर वाधवानी के नाम पर कोई एफ आई आर नहीं है! इसलिए किशोर वाधवानी द्वारा दिए गए अग्रिम जमानत आवेदन को निरस्त किया जाता है!
@प्रदीप मिश्रा री डिसकवर इंडिया न्यू्ज इंदौर