शाम होते ही गोवा, पार्टियों के स्वर्ग में बदल जाता है। बीच के पास उत्तरी गोवा के इन स्थानों पर गलियों में घूमते हुए आप सड़क किनारे बने किसी भी रेस्टोरेंट और बार में किफायती खाने के साथ शराब और सभी तरह के संगीत का मजा ले सकते हैं। यहां पारंपरिक नाइट क्लबों के अलावा बीच पर बनी कुछ छोटी जगहों पर भी अच्छी पार्टियां होती हैं, लेकिन लहरों ओर पुलिस के होते हुए दूर बने बीचों पर जाना बहुत आसान नहीं होता है। यहां का भोजन बेहद लजीज होता है और आप बेहतर शॉपिंग भी कर सकते हैं।
नए साल का जश्न एवं पार्टी करने के लिए स्वर्ग है गोवा
सुन्दर पर्यटक स्थलों की सैर करने का मजा ही कुछ और है और यदि बात गोवा की हो, तो बस मन करता है कि काश! शाम का वो बीच के किनारे वाला नजारा कभी खत्म ही न हो। गोवा एक छोटा-सा राज्य है। पणजी गोवा की राजधानी है। यह स्थान शांतिप्रिय पर्यटकों और प्रकृतिप्रेमियों को बहुत अधिक भाता है। यहां छोटे-बड़े लगभग 40 समुद्री तट हैं। इनमें से कुछ समुद्र तट अंतरराष्ट्रीय स्तर के हैं। इसी कारण गोवा की विश्व पर्यटन मानचित्र के पटल पर अपनी एक अलग पहचान है। सुहावने मौसम और यहां स्थित समुद्री तटों के कायल पर्यटकों की भीड़ सबसे अधिक गर्मियों के महीने में ही रहती है। एक के बाद एक लगातार लंबी कतार से सागर तटों की बहार भी पर्यटकों को अपनी ओर खिंचने में कोई कसर नहीं छोड़ती। गोवा के मनभावन बीच की लंबी कतार में पणजी से 16 किलोमीटर दूर कलंगुट बीच, उसके पास बागा बीच, पणजी बीच के निकट मीरामार बीच, जुआरी नदी के मुहाने पर दोनापाउला बीच स्थित है। वहीं, इसकी दूसरी दिशा में कोलवा बीच ऐसे ही सागर तटों में से है। यही नहीं, बागाटोर बीच, अंजुना बीच, सिंकेरियन बीच, पालोलेम बीच जैसे अन्य सुंदर सागर तट का नजारा भी नहीं छोड़ा जाता। मांडवी नदी के तट पर बसे इस शहर में शाम के समय सैलानी रिवर क्रूज का आनंद लेने पहुंचते हैं। मांडवी पर तैरते क्रूज पर संगीत एवं नृत्य के कार्यक्रम में गोवा की संस्कृति की एक झलक देखने को मिलती है। नदी के दूसरे तट पर मछुआरों की रंगबिरंगी मोटर बोट कतार में खड़ी एक अलग दृश्य बनाती है। पणजी के आसपास और ओल्ड गोवा के लैटिन शैली के पुराने घर भी आज पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन गए हैं। गोवा मौज-मस्ती का, कभी ना खत्म होने वाली पार्टियों का शहर है। यहां दुनियाभर से सैलानी आते हैं और यहां की मदमस्त पार्टियों में खो जाते हैं। दिन की शुरुआत करने के लिए आप पारंपरिक कॉन्टिनेंटल नाश्ते का मजा ले सकते हैं, जो आपको उत्तरी गोवा अथवा पणजी में शहर के बीचो-बीच स्थित कैंडोलिम के फुटपाथों के पास कई स्थानों पर मिल जाएगा। इससे बेहतर और क्या होगा? गोवा, भारत की उन चुनिंदा जगहों में से एक है, जहां नाश्ते के साथ बीयर लेना एक सामान्य बात है। कैंडोलिम की गलियों में पैदल घूमना सबसे अच्छा रहता है या फिर आप कोई दोपहिया वाहन किराए पर ले सकते हैं। आप इन गलियों में अविश्वसनीय कीमतों पर बहुत अच्छी शॉपिंग कर सकते हैं। टी-शर्ट से लेकर सनग्लासेस और फ्रिज पर लगाने के लिए चुंबक तक, सब कुछ यहां मिलता है। छुट्टी के दिन यहां समुद्र के किनारों पर भारी भीड़ होती है।
गोवा का दक्षिणी भाग
दक्षिण में कुछ बहुत प्रसिद्ध चर्च और शांत समुद्री किनारें हैं। गोवा के सबसे ज्यादा प्रसिद्ध समुद्री किनारों में से एक, कोलवा बीच, दक्षिण में ही है। यात्रा के लिए यहां आने वाले अनुशासित परिवारों को दक्षिणी गोवा बहुत भाता है, क्योंकि ज्यादातर आलीशान होटल यहीं पर हैं। समुद्र के किनारों पर बनी अनेक शैक में आप गोवा के पारंपरिक सी-फूड के साथ बीयर लिए बिना नहीं रह सकते। बागा बीच पर सबसे बड़ी और सबसे प्रसिद्ध शैक है- ब्रिट्टोस जहां का खाना लाजवाब होता है। इन तीनों बीचों से कुछ ही दूरी पर है अंजुना बीच और विश्व प्रसिद्ध कर्लीस संगम। अंजुना बीच एक छोटी सी शांत जगह है, जहां दिन के समय आप आराम से पढऩे या फिर ई-मेल करने का मजा ले सकते हैं। यहां बहुत शांति होती है। हुक्का पीने वालों के लिए भी यहां व्यवस्था है। गोवा की सभी शैकों में, खासतौर पर कर्लीस में मामूली सी कीमत देकर आप छोटे हुक्के का मज़ा लिया जा सकता है।
समुद्री बीच के अलावा चर्च, किले व मंदिर हैं देखने लायक
गोवा की सुन्दरता केवल यहां के सागर तटों तक ही सीमित नहीं है। सेंट फ्रांसिस ऑफ असीसी, होली स्पिरिट, पिलर सेमिनरी, सालीगांव, रकोल सेमिनरी आदि यहां के महत्वपूर्ण ऐतिहासिक चर्च हैं। इसके अतिरिक्त सेंट काजरन चर्च, सेंट आगस्टीन टॉवर, ननरी ऑफ सेंट मोनिका तथा सेंट एरक्स चर्च भी प्रसिद्ध हैं। गोवा के पवित्र मंदिर जिनसे श्री कामाक्षी, सप्तकेटेश्वर, श्री शांतादुर्ग, महालसा नारायणी, परनेम का भगवती मंदिर और महालक्ष्मी आदि दर्शनीय हैं, जो पर्यटकों को अपनी ओर बुलाते हैं और पर्यटक खिंचते चले जाते हैं। इसी प्रकार चर्चों के इतिहास के बारे में यह कहा जाता है कि करीब 450 वर्ष के पुर्तगाली उपनिवेश काल में यहां अनेक भव्य चर्च बनाए गए थे। वहीं, पणजी के आधुनिक बाजार भी पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।