शराब की दुकान में घुसकर ईट मारना
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती की शर्मनाक, अपराधिक,और अमर्यादित हरकत है!?
@प्रदीप मिश्रा री डिसकवर इंडिया न्यू्ज इंदौर
मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री, वरिष्ठ भाजपा नेता साध्वी उमा भारती ने अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा के उफान मे समाज के सबसे सस्ते मुद्दे शराब बंदी को लेकर भोपाल की एक शराब की दुकान में घुसकर ईट फेंककर शराब की बोतल फोड़ कर अपने विरोध का एलान किया है! पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता उमा भारती का अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा के लिए भाजपा आला कमान और मध्यप्रदेश सरकार का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए सबसे सस्ते मुद्दे शराब बंदी का इस तरह अपराधिक, अमर्यादित और शर्मनाक विरोध जता कर वो मध्यप्रदेश भाजपा सरकार और प्रदेश की जनता को अपने स्वभाव और व्यक्तित्व का कौन सा पहलू दिखाकर डराना चाह रही है!?
धर्म और हिन्दुत्व, की आड़ में राजनीतिक सीढियां चढती उग्र मिजाज (फायर ब्रांड) साध्वी उमा भारती ने मुख्यमंत्री से लेकर केंद्रीय मंत्री तक के पदों पर विराजमान रही! लेकिन आज तक कोई सफल, उल्लेखनीय उपलब्धियां मध्यप्रदेश की जनता के हित में दर्ज नहीं करा सकीं है!
इस फायर ब्रांड साध्वी ने कभी महिलाओं और लड़कियों पर होने वाले घरेलु और सामाजिक अपराधों के प्रति अपना उग्र रूप नहीं दिखाया! बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, महँगाई और आर्थिक शोषण के ख़िलाफ़ कभी भी सड़क पर आकर ईट नहीं उठाई!?
रही बात शराब बंदी की तो यह तो सरकार का पॉलिसी मैटर है. आज के ग्लोबल युग में कोई भी सरकार पूर्ण शराब बंदी नहीं करा सकती है! और इसको मुद्दा बनाना भी इस दौर में बेमानी है, डिजिटल और ऑन लाइन पेमेंट के ज़माने में नगद मे शराब बिक्री को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित कर सिर्फ ऑनलाइन पेमेंट पर ही बेचने को मुद्दा बनाना चाहिए जिससे यह तो पता चल सके की असली गरीब कौन है!? कौन लोग जनता के पैसों से गरीबी के नाम पर फ्री राशन, बिजली और अन्य कई तरह की सब्सिडी ले रहे हैं! कौन लोग इंकम टैक्स की चोरी कर रहे हैं! कितने लोग शराब पीने की वजह से विभिन्न बीमारियों से ग्रस्त हैं! कितने सरकारी अधिकारी और कर्मचारी सातवे वेतनमान की तनख्वाहें शराब मे उड़ा रहे हैं!
ओछी और सस्ती राजनीति से दूर रहे उमा भारती ये मोदी का युग है, अडवानी का नहीं! ये जानने के बजाय समझ ले महात्वाकांक्षी.
@ प्रदीप मिश्रा री डिसकवर इंडिया न्यू्ज इंदौर