सराफा बाज़ार की धोखाधड़ी
सूदखोरी में बड़े पैमाने पर साथ दे रही है मुथूट गोल्ड लोन जैसी कंपनियां और एक्सिस बैंक जैसे प्राइवेट बैंक!
बिना बिल, बेनामी और कालेधन का सोना भी रख रही है गिरवी और दे रही है सूदखोरों को पैसा सूदखोरी करने के लिए!?
इंदौर। छोटे शहरों, जिलों और कस्बों के सोने-चांदी की दुकानों में ग्रामीण, आदिवासी और मजदूरों के साथ बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी और गिरवी के नाम पर सूदखोरी की जा रही हैं! और इस धोखाधड़ी और सूदखोरी में साथ दे रही है मुथूट, मड़पपुरम और एक्सिस बैंक जैसी गोल्ड लोन फाइनेंस कंपनियां और बैंक!?
पूरे प्रदेश के गावों, कस्बों, तहसीलों और जिलों में सुनारों, सोने-चांदी की दुकान चलाने वालों और सराफा बाज़ार के सभी व्यवसाइयों द्वारा बड़े पैमाने पर भोले-भाले, अशिक्षित और कम पढ़े-लिखे ग्रामीणों, किसानों और मजदूरों को सोने और चांदी के गहनों की खरीदी और बिक्री में न सिर्फ ठगा जा रहा है वरन उनके साथ धोखाधड़ी भी की जा रही है।
– कम रेट के सोने के गहने बनाकर 24 कैरेट के दाम वसूलना!
– चांदी के नाम पर दूसरी सस्ती सफेद धातु के गहने बनाकर देना!
– नए गहने बनाने के लिए एडवांस पैसे लेकर कई महीनों तक नए गहने बनाकर न देना!
– रसीद के नाम पर सिर्फ सादी और कच्ची पर्ची लिखकर दे देना!
– सरकारी कर जीएसटी वसूल लेना, जबकि दुकानदार के पास जीएसटी नंबर ही नहीं है और यदि है भी तो वसूले गए जीएसटी को कभी सरकारी विभाग में जमा नही करवाया!
– नापतोल के उपकरण और तोलकांटे अमान्य और संदेहास्पद!
– सोने और चांदी के रोज बढ़ते और घटते भावों को दूकान पर ग्राहकों को जानकारी के लिए कोई सूचना पट्टी का न होना!
– चोरी, ड़कैती का माल खरीदना!
– सोने चांदी के आभूषण गिरवी रखकर मोटे ब्याज पर बिना लाइसेंस के सूदखोरी करना!
– तय मियाद के बाद पूरा सोना हड़प कर जाना फिर चाहे उस सोने की कुल कीमत के आधे रुपए ही ब्याज पर दिए हो!
– नकली मोती, नकली ज्वेलरी, मिलावट और कम के रेट का सोना पूरे भाव में बेचना!
– बेचारे ग्रामीण भोले-भाले लोग समझते हैं कि इसे व्यापार कहते हैं!?