@प्रदीप मिश्रा री डिसकवर इंडिया न्यू्ज इंदौर
830 स्कूल और कालेजों के खिलाफ सी बी आई ने दर्ज की एफ आई आर
- फर्जी अल्प संख्यक छात्रों का एडमिशन दिखाकर सरकारी खजाने से 144.33 करोड़ रुपये अल्प संख्यक छात्रवृत्ति के नाम से निकाल लिए!?
- मध्यप्रदेश के 31 शिक्षण संस्थानों के ख़िलाफ़ सी बी आई ने एफ आई आर दर्ज की है! अभी 47 संस्थान बाकी है जिन पर एफ आई आर होनी हैं!
- इस अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति घोटाले में शिक्षण संस्थानों के साथ बैंक के अधिकारी, जिला और राज्य स्तर के अल्पसंख्यक विभाग के अधिकारी जिन्होने फर्जी छात्रों के आवेदन को स्वीकृति दी भी शामिल है उनके खिलाफ भी सी बी आई ने एफ आई आर दर्ज की है!
इंदौर – सोमवार 28 अगस्त 2023 को सी बी आई दिल्ली ने अल्पसंख्यक मंत्रालय भारत सरकार के सचिव की लिखित शिकायत पर, 18 राज्यों के अभी अज्ञात 830 शिक्षण संस्थानों जिसमें सरकारी और प्राइवेट, स्कूल और कॉलेज दोनों शामिल हैं, के अलावा अज्ञात बैंक अधिकारियों, जिला और राज्य स्तरीय नोडल अधिकारियों और शैक्षणिक संस्थानों के नोडल ऑफिसरो के ख़िलाफ़, फर्जी छात्रों का एडमिशन दिखाकर केंद्र सरकार के अल्प संख्यक मंत्रालय से 144.33 करोड़ रुपये फर्जी दस्तावेजों का उपयोग कर निकालने के अपराध मे भादवि की धारा 420,468,471,120 बी के अलावा भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की बिभिन्न धाराओं में सी बी आई एफ आई आर क्रमांक RC 216 2023 A 0007 दर्ज की!
आपको ज्ञात रहे कि भारत सरकार का अल्पसंख्यक मंत्रालय देश के 6 अल्पसंख्यक समुदायों क्रमशः मुस्लिम, क्रिश्चियन, सिक्ख, जैन, बुद्ध और पारसी समुदाय के छात्रों को तीन स्कॉलरशिप के तहत पैसा देता है जो प्री मेट्रिक, पोस्ट मेट्रिक और मेरिट के तहत दी जाती है!
144.33 करोड़ रुपये का यह अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति घोटाला तो सिर्फ 830 शिक्षण संस्थानों का पिछले 5 सालो का है! इनमे से कई संस्थान तो सिर्फ कागजों में है! उनका जमीन पर अस्तित्व भी नहीं है! कई संस्थानों के पास मान्यता तक नहीं है!
सन 2007 – 8 से अल्पसंख्यक छात्रों को छात्रवृत्ति केंद्र सरकार द्वारा दी जा रही है!
@प्रदीप मिश्रा री डिसकवर इंडिया न्यू्ज इंदौर