नई दिल्ली। करयोग्य सेवाओं पर पिछले हफ्ते से 0.5 प्रतिशत का स्वच्छ भारत उपकर लागू होगा। इस उपकर के लगने से रेस्तरां में खाना, फोन और यात्रा करना महंगा हो जाएगा। वित्त वर्ष के शेष महीनों में इससे सरकार को 3,800 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त होगा। यह उपकर लगाने के बाद सभी कर योग्य सेवाओं पर सेवा कर की दर 14 से बढ़कर 14.5 प्रतिशत हो जाएगी। राजस्व सचिव हसमुख अधिया के अनुसार सरकार को स्वच्छ भारत उपकर से साल में 10 हजार करोड़ रु. जुटने की उम्मीद है। ऐसे में चालू वित्त वर्ष के शेष महीनों (31 मार्च 2016 तक) सरकार के खजाने में स्वच्छ उपकर से 3,800 करोड़ रु.आएंगे। स्वच्छ भारत उपकर करयोग्य सेवाओं के एक हिस्से पर ही लगेगा। इससे जुटने वाली राशि का इस्तेमाल साफ -सफाई अभियान में किया जाएगा। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना है। आधा प्रतिशत के स्वच्छ भारत उपकर से रेस्तरां बिलों पर सेवा कर 5.6 प्रतिशत से बढ़कर 5.8 प्रतिशत हो जाएगा। आधा प्रतिशत के उपकर से प्रत्येक 100 रु. की कर योग्य सेवाओं पर सिर्फ 50 पैसे का कर लगेगा। इस उपकर के प्रावधानों को स्पष्ट करते हुए मंत्रालय ने कहा कि इसकी गणना कम मूल्य या सेवा कर (मूल्य के निर्धारण) नियम, 2006 से निकले मूल्य के हिसाब से की जाएगी। इसमें कहा गया है कि एसी रेस्तरां में यह उपकर कुल बिल राशि के 40 प्रतिशत पर लगेगा। इस तरह इसकी दर कुल बिल राशि पर 0.2 प्रतिशत ही बैठेगी। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 2015-16 के बजट में जरूरत होने पर सभी या कुछ सेवाओं पर स्वच्छ भारत उपकर लगाने का प्रस्ताव किया था।
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