नकली और नुकसान पहुंचाने वाली चीजों से सुरक्षा
नई दिल्ली. भारत में नकली और नुकसान पहुंचाने वाली चीजों से हमारी सुरक्षा के लिए प्रोडक्ट्स को परफॉर्मेंस टेस्ट, क्वालिटी टेस्ट जैसे प्रोसेस से होकर गुजरना पड़ता है. इनके मानकों पर खरे उतरने के बाद ही किसी उत्पाद को भारत में बेचने की मंजूरी मिलती है. यह सुनिश्चित करता है कि जो चीज आप ले रहे हैं उसके साथ आपकी सिक्योरिटी और आपको उसकी वाजिब कीमत के साथ पूरी गुणवत्ता मिले. 14 अक्टूबर को वल्र्ड स्टैन्डड्र्स डे यानी विश्व मानक दिवस मनाया जाता है. हमारे देश में नेशनल स्टैन्डड्र्स ऑर्गनाइजेशन समेत कुछ और भी सरकारी एजेंसियां हैं जो उत्पादों के मानकों को तय करके उनकी गुणवत्ता को प्रमाणित करती हैं. इस प्रकिया को सर्टिफिकेशन कहा जाता है और इसमें किसी भी उत्पाद की क्वालिटी, विशेषता और परफॅर्मेंस को सर्टिफाई किया जाता है. जब भी आप सामान खरीदें तो उत्पाद की पूरी जानकारी व गुणवत्ता के लिए नीचे बताए गए स्टैन्डर्ड माक्र्स को जरूर चेक कर लें. इस तरह आप शॉपिंग में कभी धोखा नहीं खाएंगे.
आईएसआई- आपने अक्सर सुना होगा कि खरीदारी करते समय प्रोडक्ट पर आईएसआई मार्क जरूर देखें. यह मार्क दरअसल इंडस्ट्रियल प्रोडक्ट्स की गुणवत्ता बताने के लिए होता है. भारत में सामान की बिक्री के लिए उसे आईएसआई प्रमाणित होना जरूरी है. जब भी आप कोई इलेक्ट्रॉनिक सामान जैसे स्विच, इलेक्ट्रिक मोटर, केबल वायर, हीटर, एलपीजी सिलेंडर आदि लें तो उसके पहले आईएसआई मार्क जरूर चेक कर लें.
हॉलमार्क- सोने की शुद्धता की पहचान के लिए यह मार्क चेक करना जरूरी है. सभी ज्वेलरी के निचले हिस्से में एक निशान बना होता है जो यह स्पष्ट करता है कि इस ज्वेलरी की प्योरिटी की गारंटी सरकार ले रही है. ऐसे में आपको हमेशा लोकल की बजाय ब्रांडेड या हॉलमार्क वाली ज्वेलरी खरीदनी चाहिए. हॉलमार्क ज्वेलरी में न सिर्फ शुद्धता की गारंटी रहती है बल्कि वापसी में कोई खास नुकसान भी नहीं होता है.
एफपीओ मार्क- यह मानक तैयार किए गए फ्रूट प्रोडक्टस् की गुणवत्ता प्रमाणित करता है. जिस पर यह मार्क होता है, उसका मतलब है कि प्रोडक्ट को साफ तरीके से हाइजेनिक ‘फूड सेफÓ एन्वॉयरमेंट में बनाया गया है. यह मार्क आपको जैम, स्क्वैश आदि खरीदते हुए देखना चाहिए.
एगमार्क- जितने भी एग्रीकल्चरल प्रोडक्ट्स हैं, उनकी क्वालिटी का प्रमाण एगमार्क के जरिए मिलता है. एगमार्क एक प्रमाणचिह्न है जो भारत में कृषि/खाद्य उत्पादों पदार्थों पर लगाया जाता है. जिन उत्पादों पर एगमार्क लगा हो, उनके बारे में उम्मीद की जाती है कि ये उत्पाद कुछ निर्धारित मानकों पर खरे उतरते हैं. एगमार्क शुद्ध रूप से खाद्य पदार्थों से जुड़ा हुआ प्रमाण चिन्ह है.