सीएए/एनआरसी विशुद्ध रूप से राजनीतिक चुनावी मुद्दा है ये प्रायोगिक रूप से संवैधानिक भारत में सफल नहीं हो सकता है!
चुनावी मैच में भाजपा शाहीनबाग में चल रहे धरना और प्रदर्शन का कैच नहीं पकड़ेगी!
भाजपा के अपने सबसे सफल भावनात्मक मास्टर स्ट्रोक हिंदुत्व और राष्ट्रवाद को पूरे भारत के लिए खाद और पानी यही शाहीनबाग का धरना प्रदर्शन देगा!
दिल्ली के शाहीनबाग में मुस्लिम महिलाओं को आगे कर धरना और प्रदर्शन क्या भाजपा का चुनावी स्टंट है!?
शाहीनबाग में शिकारी आएगा जाल फैलाएगा और जाल में फंसना नहीं चाहिए और सब फंस गए!
री-डिस्कवर इंडिया न्यूज इंदौर। कुछ महीने पहले केंद्र की भाजपा सरकार ने मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक के मुद्दे पर बड़ी राहत देते हुए तीन तलाक के खिलाफ अपराधिक कानून बनाया! अब पिछले करीब 45 दिनों से यही महिलाएं नागरिकता संशोधन कानून और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही है! और केंद्र की भाजपा सरकार जिसके हाथों में दिल्ली पुलिस की कमान है और जो दिल्ली की कानून व्यवस्था के लिए जिम्मेदार है वही सड़क पर होने वाले इस प्रदर्शन को पिछले 45 दिनों से होने दे रही है! सड़क पर गैर कानूनी तरीके से कब्ज़ा कर बड़ी संख्या में मुस्लिम महिलाओं को धरना-प्रदर्शन जारी रखने की अनुमति किसने और कौन दे रहा है! इस धरना प्रदर्शन से किसे फायदा है निश्चित ही भाजपा को क्योंकि दिल्ली में होने वाले विधानसभा के चुनावी मैच में सबसे ताकतवर पार्टी भाजपा के पास अरविन्द केजरीवाल से मुकाबला करने के लिए न तो चेहरा है और न ही कोई उल्लेखनीय विकास का मुद्दा वहीं केजरीवाल की छवि अभी भी एक ईमानदार और आम आदमी राजनेता की है, जो सिर्फ जनता के बुनियादी मुद्दों शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा और भ्रष्टाचार के मुद्दों पर बात कर रही, जिस पर उसने वाकई काम किया है! वहीं दूसरी तरफ चूंकि भाजपा दिल्ली में पिछले 20 सालों से सत्ता के बाहर है इसलिए उसके पास विकास के बारे में बात करने के लिए कोई आधार नहीं है।
वहीं दूसरी तरफ केंद्र में विराजमान मोदी सरकार के पास अपने पिछले 6 साल के कार्यकाल में जनता से जुड़े बुनियादी मुद्दों रोजगार, आर्थिक विकास, बिजली, पानी और सुरक्षा जैसे मुद्दों पर कोई उल्लेखनीय प्रगति और विकास देखने को नहीं मिला है! इसलिए भाजपा के पास वही अपने सबसे सफल भावनात्मक मास्टर स्ट्रोक हिंदुत्व और राष्ट्रवाद को दिल्ली चुनाव में खेलना पड़ रहा है!?
दिल्ली के शाहीनबाग में नागरिकता संशोधन कानून और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है। 15 दिसंबर से धरना दे रही ये मुस्लिम महिलाएं भाजपा भावनात्मक मास्टर स्ट्रोक हिंदुत्व और राष्ट्रवाद के पोषित, पुष्पित और फलित कर रही है! या फिर भाजपा इस धरना प्रदर्शन रूपी मास्टर स्ट्रोक कैच को पकडऩा ही नहीं चाहती है, क्योंकि यदी यह कैच भाजपा ने पकड़ लिया तो भाजपा दिल्ली के चुनावी मैच से ही बाहर हो जाएगी और यह बात भाजपा का राजनीतिक चाणक्य और सबसे ताकतवर गृहमंत्री जिसके पास दिल्ली पुलिस की कमान भी है अच्छी तरह से जानता है! नहीं तो 45 दिन क्या 45 मिनिट में यह धरना प्रदर्शन हवा हो चुका होता! शाहीनबाग का धरना प्रदर्शन जारी रहना भाजपा के लिए राजनीतिक रूप से दिल्ली के विधानसभा के चुनावों के लिए शानदार मास्टर स्ट्रोक है! शिकारी आएगा जाल फैलाएगा और जाल में फंसना नहीं चाहिए और सब फंस गए!