@प्रदीप मिश्रा री डिसकवर इंडिया न्यू्ज इंदौर
सबसे बड़ा झूठ यह है कि पुलिस से चूक हुई है! पुलिस के ज्ञान के सामने बड़े से बड़ा वकील यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट के जज तक पशोपेश मे पड़ जाते हैं!?*
पुलिस कभी गलती नहीं करती है! न लापरवाह और न ही गैर जिम्मेदार होती है! सब कुछ पुलिस के काम करने के तरीके का हिस्सा होता है चाहे वह, दवाब, प्रभाव या पैसे से हो! पुलिस विभाग मे सिस्टम ऊपर से नीचे की तरफ काम करता है!
पुलिस सरकार के प्रति वफादार होती है न कि जनता या विपक्ष के प्रति! वस्तुतः जिसकी सरकार होती है उसकी पुलिस होती है
*पुलिस के 10 वी, 12 वीं पास या साधारण ग्रेजुएट जो अक्सर थर्ड या सेकंड डिविजन मे पास होते हैं! जिनका अंगेजी ज्ञान न के बराबर होता है लेकिन ऐसी एफ आई आर और चार्जशीट लिखते हैं कि……….. *
लोअर कोर्ट, सेशन कोर्ट से लेकर हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक! नैशनल लॉ यूनिवर्सिटी से लेकर विदेशों तक से कानून की डिग्रियां! फर्स्ट डिविजन से लेकर यूनिवर्सिटी टॉपर!
अंग्रेजी मे महारत हासिल प्राप्त वकील, वरिष्ट वकील, कानून मे महारत हासिल वर्षो के अनुभवी वकील और जज 15 – 20 साल तक उस 10 वी 12 वी या साधारण ग्रेजुएट की लिखी एफ आई आर और चालान पर अपना पूरा कानूनी और बौद्धिक ज्ञान लगाने के बाद भी इस निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पाते हैं कि अखिर सही कौन है पीड़ित या फरियादी!?
@प्रदीप मिश्रा री डिसकवर इंडिया न्यूज़ इंदौर