@री डिसकवर इंडिया न्यू्ज इंदौर
अभी हाल ही में, अगस्त 2024 में दिल्ली स्थित रिसोर्सफुल ऑटोमोबाइल जो यामाहा मोटरसाइकिल कंपनी की डीलरशिप का एक बाइक सेल्स एंड सर्विस शो रूम संचालित करती है! जिसके दिल्ली में दो शोरूम है और सिर्फ़ 8 कर्मचारी है।
इस कंपनी को दिल्ली में नए शोरूम खोलने एवं कर्ज चुकाने के लिए 12 करोड़ रूपए की ज़रूरत थी।
मात्र 12 करोड़ रूपए के लिए इन्होंने अपनी कंपनी का आईपीओ जारी किया और सिर्फ़ दो दिन में बाज़ार से 2700 करोड़ रूपए के शेयर इस छोटी सी बाइक शोरूम का व्यवसाय करने वाली कंपनी के बिके! जो मात्र एक महीने में इस बाइक शो रूम के शेयरों की क़ीमत बढ़ कर 4800 करोड़ रुपए तक पहुंच गई!
ज़रूरत थी मात्र 12 करोड़ की वो भी कर्ज चुकाने के लिए और शेयर बाजार में कंपनी के शेयर निकाल कर मिले मिले 4800 करोड़।
आज कल छोटे व्यवसायी जैसे ऑटोमोबाइल डीलर, ज्वेलरी शो रूम, हॉस्पिटल, छोटी – छोटी फैक्ट्री, कंपनियां, दुकानदार मे कर्ज चुकाने से लेकर व्यवसाय का विस्तार करने के नाम पर शेयर बाजार से पूंजी जुटाने के लिए अपनी कंपनी के शेयर इशू करने के लिए आई पी ओ लाने की होड़ मची हुई है!?
- लाखो – करोड़ों की नहीं! यहां बात हो रही है अरबों – खरबो रुपए की या तो बड़ी कंपनी बना लो या पूरा पैसा किसी बड़े बिजनेस टायकून की तरह विश्व स्तरीय एशो आराम या अय्याशी में लगा दो!
- न कुछ गिरवी रखना! न किसी को वापस देने का टेंशन! न दिवालिया होने की नौबत! न कोई मुकदमे बाजी या जेल, पुलिस की झंझट! न कोई हिसाब पूछने वाला! कंपनी प्रॉफिट में जाय तो भी किसी को कुछ देने की कोई जिम्मेदारी नहीं और लॉस मे भी जाए तो कोई तनाव नहीं!
- यदि आप प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बनाकर कोई व्यवसाय कर रहे हैं, आपकी कंपनी और व्यवसाय MSME(small and medium enterprises) विभाग भारत सरकार में रजिस्टर्ड है, और आपके व्यवसाय में स्थाई रूप से 1.5 करोड़ रुपये की पूंजी, बिल्डिंग, ऑफिस, माल की इन्वेंट्री, ऑटोमोबाइल और फर्निचर आदि की कीमत की है. और तकरीबन 1.5 करोड़ रुपये नगदी कुल मिलाकर 3 करोड़ रुपए की वर्थ होनी चाहिए!
- इसके अलावा पिछले 5 वित्तीय वर्षो में किसी भी तीन मे कंपनी का टर्नओवर 15 करोड़ रुपये का आवश्यक है. भले ही प्रॉफिट या लॉस कुछ भी हो! या कितनी भी देनदारी हो उससे कोई दिक्कत नहीं!
- अब आप की कंपनी योग्य है शेयर बाजार में लिस्ट होने के लिए और 1 करोड़ से लेकर 25 करोड़ रुपये तक जुटाने के लिए! और यदि आपके व्यवसाय के भविष्य के प्लान, कंपनी की ग्रोथ, कंपनी का विस्तार, और कंपनी का प्रॉफिट जितना आकर्षक होगा उतनी ज्यादा पूंजी सिर्फ शेयर बाजार में उतारते ही मात्र दो दिन में आपके खाते में होगी! जो कम से कम जितनी पूंजी जुटाने के लिए आपने शेयर इशू किए हैं उतनी या फिर 1000 करोड़ से लेकर 5-10 हजार करोड़ रुपये तक भी आपके खाते में होंगे! और यह यह सब निर्भर करेगा आपके चार्टर्ड एकाउंटेंट और मर्चेंट बैंकर (merchant banker) की काबिलियत पर!
और अभी तक आप सिर्फ अपनी जान जोखिम में डाल रहे थे?
ऐसे कर रहे थे व्यवसाय?
- यदि आप अभी तक कोई व्यापार या व्यवसाय कर रहे हैं, तो यह बात निश्चित है कि आपको पूंजी की आवश्यकता होगी. अपने व्यवसाय के लिए पूंजी लगाने के लिए आप के पास मुख्यतः तीन सोर्स होते हैं. पहला कि आप अपनी स्वयं की पूंजी लगाए, दूसरा आप अपने परिवार, दोस्तों, रिश्तेदारों से उधार या पार्टनर बनाकर उनसे रुपए निवेश करवाएं, और तीसरा आप किसी बैंक या फाइनेंसियल इंस्टीट्यूशन से उधार ले.
- इन तीनों ही सोर्स से पूंजी लेने में काफी रिस्क और तनाव है! यहां आपको अपनी संपत्ति भी गिरवी रखना पड़ती है और व्याज भी देना पड़ता है. और यदि आपने किसी को पार्टनर बनाया है तो उसकी व्यवसाय में दखलंदाजी के साथ उसे प्रॉफिट मे हिस्सा भी देना पड़ता है!
- उपरोक्त तरीके से पूंजी निवेश से चलने वाला व्यवसाय तब तक ही सही रहता है जब तक धंधा प्रॉफिट में चल रहा है! यदि धंधा घाटे में आ गया या नहीं चला या मंदी आ गई तो सब कुछ खत्म! देनदारी चुकाने के लिए आप पर बेइज्जती से लेकर गुंडागर्दी और मुकदमे तक की नौबत निश्चित तौर पर आनी ही आनी है! हालत कई बार इतने बदतर हो जाते हैं कि कई व्यवसाइयों ने पूरे परिवार सहित आत्महत्या तक कर चुके हैं!
- यह धंधा और व्यवसाय के लिए पूंजी जुटाने का पुराना, काफी खतरनाक और जोखिम भरा तरीका है!
- और इस पुराने तरीके से पूंजी जुटाकर आज तक पूरे भारत में कोई बड़ा कार्पोरेट बिजनेस मेंन नहीं बना है!?
@प्रदीप मिश्रा री डिसकवर इंडिया न्यू्ज इंदौर