@री डिस्कवर इंडिया न्यूज
डी. पी. ज्वेलर्स!! 85 वर्षों की पूर्वजों की विरासत, ग्राहकों का विश्वास और पारदर्शिता के मानकों को अक्षुण्य रखते हुए, स्वर्ण नगरी रतलाम में डी. पी. ज्वेलर्स के दूसरे व सबसे बड़े शोरूम का 6 अप्रैल को भव्य अनावरण।
लगातार 85 वर्षों से ग्राहकों के विश्वास की परंपरा और पीढ़ियों के अनुभव को आधुनिकता के साथ आगे बढ़ाते हुए डी. पी. ज्वेलर्स ने मध्य प्रदेश व राजस्थान के 10 प्रमुख शहरों रतलाम, इंदौर, भोपाल, उज्जैन, उदयपुर, कोटा, भीलवाड़ा, बांसवाड़ा, अजमेर और नीमच में अपने शोरूम स्थापित किए। और आज 6 अप्रैल को स्वर्ण नगरी रतलाम में लगभग 12000 वर्गफीट में दूसरे नवनिर्मित शोरूम का शुभारंभ करने जा रहे हैं। अब ग्राहक चांदनी चौक के साथ सागोद रोड पर भी डी. पी. ज्वेलर्स की सुविधाओं का लाभ ले सकते हैं। इस नए शोरूम का मुख्य उद्देश्य ग्राहकों की आभूषण खरीदी से जुड़ी प्रत्येक आवश्यकता को पूरा करना है।
आज 6 अप्रैल श्री राम नवमी एवं रवि पुष्य नक्षत्र के शुभ अवसर पर सागोद रोड, जैन स्कूल के सामने नवनिर्मित शोरूम राज्य व शहर के सम्माननीय अतिथियों, ज्वेलरी जगत के नामी व्यवसायियों, मशहूर अदाकारा चित्रांगदा सिंह व डी. पी. परिवार के सभी सदस्यों की उपस्थिति मे भव्य शुभारंभ किया जाएगा। मध्य प्रदेश व राजस्थान के 10 शहरों में अपनी सफल स्वर्णिम यात्रा के बाद यह उनका 11वां शोरूम है।
रतलाम से शुरू हुए डी. पी. ज्वेलर्स के स्वर्णिम सफर से आज 30 लाख से अधिक परिवार खुशी-खुशी जुड़ चुके हैं। इसकी नींव 85 वर्षों पूर्व सन् 1940 में स्व. धूलचन्द कटारिया ने रखी। उनके द्वारा शुरू की गई इस परंपरा को डी. पी परिवार की प्रत्येक पीढ़ी ने बड़ी खूबसूरती से संभाला। रतनलाल कटारिया ने बताया, रतलाम के साथ हमारा रिश्ता अटूट है, यह डी. पी. ज्वेलर्स की जन्मभूमि व कर्मभूमि दोनों है। हमारे पूर्वज स्व. श्री धूलचंदजी कटारिया ने शुद्धता के प्रति ग्राहकों को जागरूक करने का संकल्प लिया और उन्होंने हॉलमार्क आने से पहले ही शुद्धता के मापदंडों को तय कर लिया था, जो आज अपने आप में इतिहास बन गया है। उनके बाद पन्नालालजी कटारिया ने इसे परंपरा मानकर आगे बढ़ाया।
स्वर्णिम सफर के 85 वर्ष पूर्ण होने पर अनिल कटारिया बताते हैं कि –
हमारे पूर्वजों द्वारा रखी गई नींव साल-दर-साल और भी मजबूत होती जा रही है। डी. पी. ज्वेलर्स की आधारशिला ऐसे समय में रखी गई थी, जब भारत एक स्वतंत्र देश नहीं बना था। उस समय स्व. श्री धूलचंद जी के महत्वाकांक्षी दृष्टिकोण ने ऐसे आभूषण ब्रांड को जन्म दिया, जिसने देश के आभूषण उद्योग को हमेशा के लिए बदल दिया। उनका उद्देश्य उस समय के बेहद असंगठित बाजारों में 96% और 92% शुद्धता वाले आभूषण बनाना था और उनके इस अभूतपूर्व कदम ने व्यवसाय में एक बड़ा बदलाव ला दिया।
रतलाम में दूसरे व अपने 11वे शोरूम के उद्घाटन की पूर्व शाम को फिल्म अभिनेत्री चित्रगंदा सिंह और फैशन मॉडलो द्वारा आयोजित फैशन शो के माध्यम से डी. पी. ज्वेलर्स ने अपना नया ब्रांड “अमौरा” भी लांच किया हैं।
विकास कटारिया ने बताया कि –
ग्राहकों को BIS, HUID व IGI प्रमाणित आभूषण उनके बजट, पसंद और आवश्यकताओं के अनुसार उपलब्ध करवाने के लिए डी. पी. ज्वेलर्स ग्राहकों की पहली पसंद बन चुका है। यहां उपलब्ध कस्टमर फ्रेंडली बाय बैंक पॉलिसी, न्यूनतम मेकिंग चार्ज, डैजलिंग डायमंड, स्वर्ण समृद्धि जैसी स्कीम ने ग्राहकों को उनकी मनपसंद ज्वेलरी खरीदने की आजादी दी।
@प्रदीप मिश्रा री डिस्कवर इंडिया न्यूज इंदौर