पूर्व न्यायाधीश जस्टिस मार्केंडेय काटजू ने एक बार फिर विवादास्पद बयान दिया है। देश में बीफ पर छिड़े सियासी घमासान में काटजू भी कूद पड़े हैं। काटजू ने कहा कि मैं बीफ खाता हूं और खाता रहूंगा। मुझे कौन रोक सकता है। दुनियाभर के लोग खाते हैं। गाय जानवर है, मैं माता-वाता नहीं मानता।
प्रेस काउंसिल के पूर्व चेयरमैन जस्टिस मार्कंडेय काटजू ने महात्मा गांधी पर निशाना साधा है.
उन्होंने अपने ब्लॉग में लिखा है कि महात्मा गांधी अंग्रेजों के एजेंट थे जिन्होंने भारत को नुकसान पहुंचाया. जस्टिस काटजू ने लिखा है कि उन्हें मालूम हो कि उनके ब्लॉग में लिखे गए लेख पर समाज के कई तबके के लोगों को आपत्ति होगी और उनकी निंदा भी की जाएगी. लेकिन हकीकत है कि महात्मा गांधी असल में एक ब्रिटिश एजेंट थे जिन्होंने अंग्रेजों की ‘फूट डालो और राज करो’ की नीति को बढ़ावा देने में सहयोग किया.
शोभा डे ने कहा, मैंने अभी बीफ खाया, आओ मुझे मार डालो
उत्तर प्रदेश के दादरी इलाके में गौमांस खाने की अफवाह के चलते एक शख्स की जान ले ली गई। इस मुद्दे पर जहां एक तरफ राजनीति गर्मा गई है। वहीं सोशल मीडिया पर भी लोग अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। अक्सर अपने ट्वीट को लेकर चर्चा में रहने वाली लेखिका शोभा डे ने भी इस मुद्दे पर नाराजगी जाहिर करते हुए ट्वीट किया है।शोभा डे ने ट्वीट किया, मैंने अभी बीफ खाया है, आओ और मुझे मार डालो। यह कोई पहली बार नहीं है जब शोभा डे ने इस तरह का ट्वीट किया। इससे पहले भी उनके ट्वीट विवाद पैदा करते रहे हैं। ऐसे ही एक मामले में उनके खिलाफ शिवसेना जबरदस्त विरोध प्रदर्शन भी कर चुकी है।
अब RJD नेता रघुवंश ने कहा, ऋषि मुनि भी खाते थे बीफ
आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव के बाद अब उन्हीं की पार्टी के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद ने बीफ को लेकर विवादास्पद बयान दिया है। रघुवंश प्रसाद ने कहा कि पुराने जमाने में ऋषि मुनि भी बीफ खाते थे। अपनी बात को सही साबित करने के लिए उन्होंने वेद पुराणों का हवाला दिया।दरअसल रघुवंश प्रसाद से लालू यादव के बीफ वाले बयान के बारे में पूछा गया था जिसपर उन्होंने ये प्रतिक्रिया दीबिहार चुनाव में जनता की समस्या और जमीनी मुद्दे पीछे छूट गए हैं और और नेता अब बस मांस की राजनीति करने लग गए हैं। पिछले दिनों लालू यादव द्वारा बीफ पर दिए बयान के बाद शुरू हुआ बवाल अब तक थमा नहीं है और हर रोज कोई ना कोई नेता एक विवादित बयान दे कर आग में घी का काम कर रहा है। इसी कड़ी में भाजपा नेता गिरिराज सिंह ने विवादित बयान देते हुए गाय और बकरी की तुलना पत्नी और बहन से कर दी है। अपने बयान में उन्होंने कहा कि, गिरिराज ने कहा कि बकरी और गाय के मीट में हमारी भावना और धर्म उसी तरह से है, जैसे हमारी बहन और हमारी पत्नी दोनों पूजनीय हैं। लेकिन दोनों के भावनात्मक संबंध अलग-अलग हैं।
आपे से बाहर अभिजीत; ग़ुलाम अली को बेशर्म और शादी का कव्वाल कह तक डाला
अकसर ही अपने बयानों को लेकर विवादों में रहने वाले गायक अभिजीत ने अब पाकिस्तान के मशहूर ग़ज़ल गायक ग़ुलाम अली के खिलाफ कई विवादास्पद ट्वीट्स किए हैं। दरअसल शिवसेना ने मुंबई में पाकिस्तानी गजल गायक उस्ताद गुलाम अली के प्रस्तावित संगीत कार्यक्रम को बाधित करने की धमकी दी थी, जिसके बाद उनका कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया। अब अभिजीत ने इसका समर्थन करते हुए ग़ुलाम अली और उनके साथ-साथ तमाम पाकिस्तानी कलाकारों को भला-बुरा कहा। ट्विटर पर अभिजीत ने एक के एक बाद कई ट्वीट्स किए और ग़ुलाम अली को बेशर्म और शादी का कव्वाल कह तक डाला। अभिजीत ने सबसे पहले लिखा, ‘कितनी बार भगाया, लेकिन इन बेशर्मों को कोई आत्मसम्मान नहीं है। इनका आतंक के अलावा कोई काम नहीं है, लेकिन हम दूसरे प्रेस्टिट्यूट्स के साथ इनका भी पेट भरते हैं।’इसके पहले भी बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान को हिट एंड रन केस में सजा मिलने के बाद गायक अभिजीत ने सड़क पर सोने वालों को कुत्ता कहा था. अभिजीत अपने बयान पर माफी मांग ली
लड़के गलतियां करते हैं, उन्हें फांसी क्यों? रेप पर समाजवादी पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव
मुरादाबाद में समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने एक विवादित बयान देते हुए कहा कि मुंबई में गैंगरेप के आरोपियों को दी गई मौत की सजा पर सवाल उठाया। मुलायम सिंह कोर्ट द्वारा दी गई मौत की सजा पर प्रश्न खड़ा करते हुए पूछा कि क्या रेप के मामले में फांसी दी जानी चाहिए। वे लड़के हैं, गलतियां करते हैं। मुलायम सिंह की बात का यह भी अर्थ निकाला जा रहा है कि फोटो पत्रकार जिसका की शक्ति मिल कंपाउंड में गैंगरेप किया गया था, उसका उन बलात्कारियों के साथ मतभेद हो गया था, इसिलए वह पुलिस में शिकायत करने चली गई थी। लड़के और लड़कियां…. बाद में उनमें मतभेद हो जाते हैं… और लड़की एक बयान दे देती है कि उसका बलात्कार हुआ है। इसके बाद उन तीन बेचारों को मौत की सजा सुना दी जाती है। क्या रेप के मामले में फांसी की सजा दी जानी चाहिए। वह लड़के हैं, गलतियां कर देते हैं… दो या तीन को मुंबई में फांसी की सजा सुनाई गई है। मुलायम सिंह ने अपनी भावी रणनीति का खुलासा करते हुए कहा कि वह इस प्रकार के कानून को बदलने का प्रयास करेंगे।
साईं पर शंकराचार्य के विवादित बोल
शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने साईं पूजा के खिलाफ बयान दिया है। जबलपुर में ब्राह्मण महासभा में शंकराचार्य ने कहा कि, लाखों करोड़ों हिंदुओं की जेब से लाखों करोड़ों का चढ़ावा साईं को चढ़ाया जाता है। हिंदुओं के उसी पैसे का इस्तेमाल उनके ही धर्म पर आक्रमण करने में किया जा रहा है। जिसे बंद करना ही होगा। शंकराचार्य की मौजूदगी में महासभा में 3 प्रस्ताव पारित किए गए। इसमें कहा गया है कि, जो भी ब्राह्मण परिवार साईं की पूजा करता है, उसका सामजिक बहिष्कार किया जाएगा। सभी ब्राह्मण अपने बेटे या बेटी का रिश्ता उस परिवार में नहीं करेंगे, जहां साईं का पूजन होता हो। साथ ही जो ब्राह्मण साईं की पूजा करेगा, उसे ब्राह्मण सामाज और ब्राह्मण सभा से बेदखल कर दिया जाएगा। स्वरूपानंद ने साईं बाबा को न केवल भगवान मानने से इनकार किया बल्कि उनकी पूजा को भी गलत बताया है. उन्होंने कहा कि साईं बाबा की पूजा हिंदू–मुस्लिम धर्म को बांटने की कोशिश की जा रही है, इसके पीछे ब्रिटेन का हाथ है. उन्होंने कहा कि साईं बाबा का मंदिर बनाना भी गलत है.
हिंदू 10 बच्चे पैदा करके मोदी को बनाएं फिर से प्रधानमंत्री – शंकराचार्य
कोई भी आ कर कुछ भी बोल देता है। फिर चाहे वह चार बच्चें पैदा करने का बयान हो । ऐसा ही एक और विवादित बयान दिया है शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती ने उनका कहना है कि हिन्दुओं को दस बच्चे पैदा करने चाहिए, ताकि नरेंद्र मोदी फिर से प्रधानमंत्री बन सकें। आपको बता दें कि इससे पहले भी विवादित बयान बच्चे पैदा करने को लेकर आ चुके हैं। इससे पलहे बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने हिंदू महिलाओं को कम से कम चार बच्चे पैदा करने के लिए कहा था। जिसके बाद चारों तरफ काफी बवाल भी हुआ था।